और उस टाइम पड़ोसी के फ़ोन पर अपना कब्ज़ा होता था। और उस टाइम पड़ोसी के फ़ोन पर अपना कब्ज़ा होता था।
आँगन में पसारे गीले कपड़े हवा से डोलते, इधर-उधर काले सफेद बादलों से आँख मिचौली, खेल आँगन में पसारे गीले कपड़े हवा से डोलते, इधर-उधर काले सफेद बादलों से आँख...
मेरे नज़र तुझ से मिली और, प्यार की ज्योत ज़ल गई। मेरे नज़र तुझ से मिली और, प्यार की ज्योत ज़ल गई।
सावन की रातें अक्सर ऐसी बूंदों से झनझनाती हैं। जैसे मधुर शहनाई बज रही हो। सावन की रातें अक्सर ऐसी बूंदों से झनझनाती हैं। जैसे मधुर शहनाई बज रही हो।
हृदय कोंपल मुरझाया है अधर न ये मुस्काया है आ जाओ अब कि बस तुम्हारी कमी है। हृदय कोंपल मुरझाया है अधर न ये मुस्काया है आ जाओ अब कि बस तुम्हारी क...
मेरे इस दिल के कुछ उजालों को तुमने जलती शमा में रक्खा है। मेरे इस दिल के कुछ उजालों को तुमने जलती शमा में रक्खा है।